Thursday 6 July 2017

बेटी है जग का आधार


बेटी है जग का आधार
जब माँ हीं जग में न होगी

तो तुम जन्म किससे पाओगे ?……..

जब बहन न होगी घर के आंगन में

तो किससे रुठोगे, किसे मनाओगे ?………

जब दादी-नानी न होगी
तो तुम्हें कहानी कौन सुनाएगा ?…
जब कोई स्वप्न सुन्दरी हीं न होगी
तो तुम किससे ब्याह रचाओगे ?……
जब घर में बेटी हीं न होगी
तो तुम किस पर लाड लुटाओगे ?…..
जिस दुनिया में स्त्री हीं न होगी
उस दुनिया में तुम कैसे रह पाओगे ?……
जब तेरे घर में बहु हीं न होगी
तो कैसे वंश आगे बढ़ाओगे ?…..
नारी के बिन जग सूना है
तुम ये बात कब समझ पाओगे ?


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