महिलाएं पढ़ी- लिखी होने के बावजूद अपने कानूनी अधिकारों की जानकारी से बहुत दूर हैं। जो कानून महिलाओं के हित में हैं, कम से कम उनकी जानकारी रखकर वे सामने मौजूद परेशानियों से निपटने की हिम्मत जुटा सकती हैं। वहीं, भावी परेशानियों का सामना करने के लिए तैयार भी हो सकती हैं।
No comments:
Post a Comment